Tuesday 8 February, 2011

Doodhwala

         मंहगाई के इस दौर में जब पानी भी १० से १५ रुपये में मिलता है, लोगो के लिए दूध पीने के लिए सोचना पड़ता है, उस पर शुद्ध दूध मिलता कहाँ है ? शुद्ध दूध के बारे में बीते दिनों एक दूध वाले की आपबीती सुनी, थोड़ी हैरानी हुई, आप भी गौर फरमाए -          
       कई साल पहले की बात है, शहडोल के  उस दूधवाले से एक दिन राजेंद्र्ग्राम के कोई थानेदार साहब टकराए, बोले शुद्ध दूध क्या रेट दोगे, दूधवाला बोला १२ रूपये लीटर, थानेदार बोले कल से तीन लीटर घर पर दे दिया करो बस ये ख्याल रखना की दूध शुद्ध हो. दो दिन तक दूध वाला एकदम शुद्ध दूध थानेदार को देता रहा, तीसरे दिन जैसे ही वो दूधवाला थानेदार के घर पहुंचा, थानेदार भड़क पड़े, कैसा दूध देते हो, शुद्ध देना हो तो दो नहीं तो अपना रास्ता नापो. दूधवाला अपना सर खुजाने लगा की एकदम शुद्ध दूध देने के बाद भी थानेदार उस पर ऊँगली उठा रहे है. अगले दिन वो तीन लीटर दूध में एक लीटर पानी मिलकर लाया, उसके अगले दिन साहब बोले - कल का दूध ठीक रहा, ऐसा ही लाया करो. उसके बाद तीन साल तक वो दूध वाला थानेदार साहब के यहाँ बिना शिकवा शिकायत के अनवरत तीन लीटर दूध पहुचता रहा जिसमे एक लीटर पानी मिला रहता था.